लेखनी कहानी -12-Feb-2022 हमारा सर्वोत्तम हिंदी साहित्य
हमारा हिंदी साहित्य जगत है ,हर युग में विश्व विख्यात ।
कवितावली ,रामचरित के रचिता हमारे प्रसिद्ध तुलसीदास।
विधोतमा, अभिज्ञान शाकुंतलम् प्यार के बने परिचायक।
कालिदास जो मूर्ख कभी कहलाते थे ,अपने भावों से रच दिया साहित्यिक इतिहास।
चाणक्य की नीति से कोई भी इंसान नहीं है अज्ञान।
अर्थशास्त्र रच डाला ,करा दिया सबको अर्थव्यवस्था के स्तम्भ का आभास।
गद्य, पद्म और काव्य में रच दिया रचनाओं को बड़े-बड़े साहित्यकारों ने।
काल्पनिक कभी वास्तविक अपनी लेखनी चला कर हिंदी जगत में भर दिए एहसास।
पुरातन हो या आधुनिक जगत की विचार धारा से रूबरू होते हमसब।
पढ़कर सब का साहित्य बनता फिर एक संगठन सजग समाज।
नारी- दोहन ,धर्मनिरपेक्ष , नेता- जनतांत्रिक अपवाद।
न्यायिक- अपराधिक, प्रदेश- प्रकृतिक हमारा साहित्य बना बुनियाद।
हमारे साहित्य ग्रंथ गीता का सार का यथार्थ हुआ आम सार्वजनिक।
रामायण की रचना की बाल्मीकि ने और महाभारत जैसा ग्रंथ रच गए वेदव्यास।
साहित्य रचा हमारे साहित्यरत्नों ने अपनी सद्गुण सद्बुद्धि से।
हिंदी साहित्य की नींव से जगा, हमारे नवसृजित साहित्यकारों का आत्मविश्वास ।
साहित्य हमारा ज्ञान का भंडार है, नहीं है यह कोई व्यापार।
सब साहित्य की देन है ,हमारी संस्कृति हमारे संस्कार हमारा आत्मसात।
Swati chourasia
12-Feb-2022 04:15 PM
Awesome👌
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Gunjan Kamal
12-Feb-2022 04:10 PM
शानदार प्रस्तुति 👌
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